बहराइच में एक और आदमखोर तेंदुआ पकड़ा गया
- अयोध्या पुरवा गांव में लगाए गए पिंजरे में कैद हुआ तेंदुआ, पांच दिन में बच्ची समेत दो लोगों पर कर चुका था हमला
मिहीपुरवा बहराइच। जिले के कतर्नियाघाट संरक्षित वन्य जीव क्षेत्र के आसपास के ग्रामीण इलाकों में आतंक का पर्याय बना दूसरा आदमखोर तेंदुआ भी पकड़ लिया गया। इसने एक बच्ची समेत दो लोगों को हमले में घायल कर दिया था। ग्रामीणों ने आदमखोर तेंदुआ को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की मांग वन विभाग से की थी। बुधवार को अयोध्या पुरवा गांव के पास गन्ने के खेत में पिंजरा लगाया गया, जिसमें बुधवार की देर रात बकरी के शिकार के चक्कर में तेंदुआ कैद हो गया।
यहां वन्य जीव क्षेत्र के सुजौली रेंज में पांच दिनों से तेंदुए के आतंक से ग्रामीण दहशत में थे। पांच दिन पूर्व अयोध्या पुरवा गांव में तेुदुए ने घर में घुसकर 13 वर्षीय बालिका सायबा पुत्री वसीम खान पर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। ग्रामीणों के हांका लगाने पर तेंदुआ गन्ने के खेत से होते हुए जंगल में भाग गया था। घायल किशोरी का इलाज ट्रामा सेंटर लखनऊ में अभी भी चल रहा है।
मंगलवार की देर रात तेंदुआ अयोध्या पुरवा गांव निवासी रहीम के घर में रात 11 बजे घुस गया। तेंदुआ ने घर में सो रही 80 वर्षीय रहमाना पत्नी रहीम पर हमला कर उसे घायल कर दिया। वृद्धा के शोर मचाने पर परिवार के लोग दौड़े और तेंदुआ को शोर मचाते हुए हांका लगाकर खदेड़ दिया। तेंदुआ गन्ने के खेत के रास्ते जंगल की ओर भाग गया था। घायल वृद्धा का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उपचार चल रहा है।
ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को देते हुए तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की मांग उठाई थी। ग्राम प्रधान राजेश गुप्ता ने भी रेंज अधिकारी से पिंजरा लगाकर तेंदुए को पकड़ने और ग्रामीणों को आतंक से राहत दिलाने की मांग की थी। जिसके बाद वन विभाग ने बुधवार की शाम गन्ने के खेत में पिंजरा लगाकर उसमें एक बकरी को बांध दिया। रात करीब 9:00 बजे तेंदुआ शिकार की फिराक में जंगल से बाहर निकला और गन्ने के खेत में पिंजरे में बंधी बकरी को देखकर उसे अपना शिकार बनाने के लिए झपट पड़ा। इस दौरान वह पिंजरे में कैद हो गया। ग्रामीणों ने इसकी जानकारी दी। फिर वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और तेंदुए को लेकर रेंज कार्यालय ले गए।

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