यूपी : परिवहन विभाग करेगा 10 हजार परिचालकों की भर्ती


  • बस ड्राइवरों की भर्ती के लिए मंत्री ने दिए निर्देश, टेक्निकल स्टाफ की कमी को भी किया जाएगा दूर

खराब प्रदर्शन करने वाले क्षेत्रीय प्रबंधकों को दी चेतावनी, अच्छा प्रदर्शन करने वालों की तारीफ, यात्रियों की शिकायतों का विवरण प्रतिदिन मुख्यालय कराये उपलब्ध, बुकिंग सुविधा के साथ बसों की साफ-सफाई व्यवस्था बेहतर बनाने के दिए निर्देश। -दयाशंकर सिंह, परिवहन मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के परिवहन निगम सभागार कक्ष में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने वरिष्ठ अधिकारियों एवं सभी क्षेत्रीय प्रबंधकों के साथ समीक्षा बैठक की। उन्होंने परिचालकों की कमी को देखते हुए 10 हजार बस ड्राइवरों की जल्द भर्ती करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि परिचालकों की कमी से परिवहन निगम की बहुत सी बसें आफरूट हो रही हैं । इससे परिवहन निगम को आर्थिक नुकसान हो रहा है। उन्होंने टेक्निकल स्टाफ की कमी को भी जल्द दूर करने के निर्देश भी दिये। 

परिवहन मंत्री ने कहा कि बस स्टेशनों के साथ-साथ अच्छी क्वालिटी की बसें लोगों को मुहैया हो सकें, इसके लिए गुणवत्तापूर्ण ढंग से कार्य करने की जरूरत है। वर्कशाप में बसों की अच्छी ढंग से मरम्मत कार्य किया जाए, जिससे कि बसों की छत टपकने की समस्या दूर हो सके। उन्होंने कहा कि परिवहन निगम की बसों से यात्रा करते समय लोगों को सुखद एवं आरामदायक यात्रा की अनुभूति हो सके। इसके लिए बसों की सीटें, शीशे इत्यादि बेहतर कंडीशन में हों। उन्होंने ऑनलाइन बुकिंग की व्यवस्था और बेहतर करने पर जोर दिया। इसके साथ ही चालक, परिचालक वर्दी में हों, नेम प्लेट लगा होना चाहिए। बस स्टेशनों एवं डिपो पर एक हेल्पलाइन नम्बर की व्यवस्था की जाए। जिस पर यात्री किसी भी समय शिकायत दर्ज करा सकें। 

परिवहन मंत्री ने समीक्षा बैठक के दौरान क्षेत्रों में संचालित बसों का लोड फैक्टर, फ्यूल एवरेज एवं आय की समीक्षा की। उन्होंने नोयडा, गाजियाबाद, चित्रकूट एवं बरेली के प्रबंधकों को बेहतर कार्य एवं प्रदर्शन के लिए बधाई दी। मेरठ, मुरादाबाद और वाराणसी के क्षेत्रीय प्रबंधकों को खराब प्रदर्शन करने पर चेतावनी दी और कार्य में सुधार लाने के निर्देश दिये। अलीगढ़, आजमगढ़, झांसी, मेरठ एवं देवीपाटन के क्षेत्रीय प्रबंधकों को उनके यहां अनुपयोगी बसों की संख्या ज्यादा पाये जाने पर चेतावनी दी। उन्होंने खराब प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने एवं उनके खिलाफ कार्यवाही करने के भी निर्देश दिये। उन्होंन क्षेत्रीय प्रबंधकों को यात्रियों की शिकायतों का विवरण प्रतिदिन मुख्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। 

परिवहन मंत्री ने उत्तराखंड एवं उप्र के निगम बसों के पार्किंग फीस में अंतर को समाप्त करने के निर्देश दिये। उत्तराखंड परिवहन निगम अपने यहां पार्किंग फीस 550 रुपये रखा है, जबकि उप्र परिवहन निगम अपने यहां पार्किंग फीस मात्र 220 रुपये रखा है। इससे परिवहन निगम की बसों को आर्थिक नुकसान हो रहा है। साथ ही उन्होंने टिकट, डीजल चोरी को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कैमरों के माध्यम से मॉनीटरिंग किया जाए। 

परिवहन मंत्री ने परिवहन निगम द्वारा अनुबंधित ढाबों पर साफ-सफाई बेहतर रखने एवं शौचालय की व्यवस्था उत्तम रखने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जो भी अनुबंधित ढाबा उक्त व्यवस्थाओं को पूरा करने में विफल रहता है, उसका अनुबंध समाप्त कर दिया जाए। उन्होंने कहा कि ढांबों पर गुणवत्ता एवं साफ-सफाई की समस्याओं की शिकायतें लगातार प्राप्त हो रही हैं। बैठक के दौरान अपर मुख्य सचिव परिवहन एल वेंकटेश्वर लू, प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर, अपर प्रबंध निदेशक राम सिंह वर्मा सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

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