विधानसभा चुनावः इस राज्य के पात्र मतदाता पहली बार घर से डाल सकेंगे वोट

 


जयपुर/दिल्ली। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों एवं 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग श्रेणी के विशेष योग्यजन मतदाताओं के लिए राजस्थान में पहली बार विधानसभा आम चुनावों में होम वोटिंग (घर से मतदान) की पहल की गई है। मंगलवार से पूरे प्रदेश में होम वोटिंग के पहले चरण की शुरुआत हो रही है। राजस्थान में 80 वर्ष से अधिक आयु के 51,033 मतदाता एवं विशेष योग्यजन के रूप में 11,894 मतदाताओं ने इस सुविधा के लिए आवेदन किया है।

 होम वोटिंग के लिए सबसे ज्यादा 1401 बायतु विधानसभा क्षेत्र से, 855 वल्लभनगर, 819 डूंगरपुर, 652 मालवीय नगर, 666 सिविल लाइंस एवं 553 वोटर होम वोटिंग के लिए शाहपुरा विधानसभा क्षेत्र से है। वही प्रदेश में सबसे कम करौली विधानसभा क्षेत्र से 15 वोटर, इसके बाद पीपल्दा से 65, हिंडोली से 81 और तिजारा से 109 वोटर है जिन्होंने होम वोटिंग के लिए आवेदन किया है। पात्र 62,927 मतदाताओं ने विकल्प के तौर पर इस सुविधा के लिए आवेदन किया है। प्रदेश में विधानसभा आम चुनाव में पहली बार दी जा रही इस सुविधा के लिए आखिरी तारीख 4 नवंबर थी। होम वोटिंग की सुविधा ऐसे मतदाताओं को मिलती है जो 80 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों हों या एवं 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग श्रेणी के विशेष योग्यजन हो ।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि समावेशी चुनाव की दिशा में आयोग ने यह नवाचार किया है। इसके तहत बूथ लेवल अधिकारी द्वारा घर-घर जाकर होम वोटिंग की सुविधा के लिए योग्य मतदाताओं को इसके संबंध में जानकारी उपलब्ध करवायी। गुप्ता ने बताया कि यह सुविधा विकल्प के रूप में है। योग्य मतदाताओं ने इस सुविधा का चयन करने के लिए 12-डी फॉर्म को भरकर बीएलओ को दिया। होम वोटिंग का विकल्प चयन करने वाले इन मतदाताओं की सूची निर्वाचक अधिकारी द्वारा सभी मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों को उपलब्ध कराई गई है तथा गठित मतदान दल इन मतदाताओं को पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान करवाएगा।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

यूपी : विद्युत अभियंताओं के चुनाव में संजय सिंह चौहान अध्यक्ष व जितेंद्र सिंह गुर्जर पुन: महासचिव निर्वाचित

चंद्र ग्रहण रविवार 07 सितम्बर को, जानिए किन राशियों पर पड़ेगा प्रभाव और क्या करें उपाय

नये संकल्पों के साथ मैदान में उतरेगा वैश्य समाज : डॉ. नीरज बोरा