Video - योगी सरकार के मंत्रियों को अफसर नहीं दे रहे भाव, एक मंत्री धरने पर बैठा तो दूसरे ने पब्लिक प्लेस पर निकाली खीझ
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी में अपने मंत्रालय में बैठकर शासन-सत्ता का सुख भोगने वाले मंत्रियों का हाल बेहाल है। बीते 24 घंटे के अंदर दो ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें यह साफ हुआ है कि अफसर, मंत्रियों को भाव नहीं दे रहे हैं। अपने इलाके में ही जन समस्या का निपटारा नहीं करवा पाने पर एक मंत्री को धरने पर बैठना पड़ा, तो वहीं दूसरी ओर क्षेत्र में होने के बावजूद इलाकाई विधायक और योगी सरकार में मंत्री को नजरअंदाज कर पुल को आवागमन के लिए खुलवा देने पर नेता जी ने पब्लिक प्लेस पर अपनी खीझ निकाली।
पहला मामला 5 अगस्त का है, जिसमें राज्य मंत्री सुरेश राही को अपने इलाके में खराब ट्रांसफार्मर को बदलवाने के लिए JE से बात करने पर यह जवाब मिला कि खुलवा कर ले आओ और यहां से ट्रांसफार्मर लेकर आओ। JE के इस बेअंदाजी वाले रुख से भड़के नेताजी ने समर्थकों के साथ ट्रांसफार्मर को खुलवाया और उसे लेकर बिजली दफ्तर पहुंच गए और वहां पर धरने पर बैठ गए। उन्होंने जब इस मामले की जानकारी मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के अफसरों को देनी चाहिए तो मंत्री जी के फोन को किसी ने अटेंड नहीं किया। बाद में मामले के संज्ञान में आने के बाद ऊर्जा मंत्री ने सख्ती दिखाई तो नेताजी की इज्जत बची।
यूपी के ऊर्जा मंत्री एक शर्मा ने बाद में X पर इस मामले को लेकर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, 'राज्य सरकार में माननीय राज्यमंत्री श्री सुरेश राही जी के साथ सीतापुर जिले के विद्युत विभाग के हरगांव के जूनियर इंजीनियर (JE) द्वारा अविवेकपूर्ण व्यवहार बिल्कुल स्वीकार्य नहीं है। साथ ही उक्त JE की जनता की समस्याओं के प्रति संवेदनहीनता और अपने कार्य में शिथिलता भी अक्षम्य है। इसके लिए JE श्री रमेश मिश्रा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। साथ ही मैंने माननीय मंत्री श्री राही जी से स्वयं बात करने के बाद चेयरमैन UPPCL और एमडी MVVNL को हिदायत दी है कि इस घटना में ऊपर से लेकर नीचे तक के प्रबंधन की गलती दिखती है। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिए। सभी विद्युत कर्मियों को पुनः आग्रह एवं चेतावनी है कि जनभावनाओं की अनदेखी और जनता अथवा जनप्रतिनिधियों के साथ असभ्य व्यवहार के परिणाम गंभीर होंगे।'
दूसरा मामला 6 अगस्त को योगी सरकार में परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह से जुड़ा है। बलिया की एक विधानसभा सीट से चुनाव जीतने वाले परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह अपने इलाके में थे। तभी उन्हें जानकारी मिली कि हाल ही में बनवाया गया पुल अफसर ने आवागमन के लिए खुलवा दिया है। मंत्री जी यह जानकार भौचक रह गए कि पीडब्ल्यूडी का इंजीनियर उनके इलाके में पुल को खुलवा रहा है और इसकी जानकारी ना तो उन्हें दी गई और ना ही नगर पालिका के अध्यक्ष को। यह जानकर मंत्री दयाशंकर सिंह ने पीडब्ल्यूडी के अफसर को मौके पर पहुंचकर हड़काया।


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