कमाई बढ़ी हो या नहीं, अब यूपीआई से पेमेंट करने पर जेब ढीली करने की कर लीजिए तैयारी
नई दिल्ली। बीते कुछ सालों में आपकी अपनी कमाई बढ़ी है या नहीं, इसकी चिंता छोड़कर अब यूपीआई से किए जाने वाले पेमेंट पर पैसा देने की तैयारी कर लीजिए। नकदी के बजाय डिजिटल ट्रांजेक्शन के जरिए लेन-देन करने की सुविधा सरकार की तरफ से मुहैया कराई गई थी। क्यूआर कोड के जरिए खरीदारी पर भुगतान करने का यह माध्यम लोगों की भागीदारी से तेजी से सभी के बीच में लोकप्रिय हुआ और चाय-पान तक के पेमेंट भी लोग इसी से करने लगे। नकदी लेकर चलने का चलन लगभग खत्म हो चुका है।
अपने देश में करीब 85% तक डिजिटल लेन-देन आज की तारीख में हो रहा है। क्यूआर कोड आदि के जरिए होने वाले इस पेमेंट पर अभी किसी को कोई अतिरिक्त पेमेंट नहीं करना होता है। बीती 25 जुलाई को Reserve Bank of India (आरबीआई) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने संकेत दिया है कि फ्री का लेन-देन हमेशा के लिए नहीं होगा। सरकार अभी सब्सिडी देकर इसका लागत वहन करती है तो जाहिर है कि अब इस पर कुछ लागत चुकानी होगी।
यानी यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) से अब फ्री का लेन-देन हमेशा के लिए नहीं मिलने वाला है, तो अब इंतजार कीजिए की कब डिजिटल लेन-देन के नियम बदलेंगे और आपको पेमेंट पर कितना अतिरिक्त भुगतान करना होगा। आरबीआई गवर्नर के संकेत के बाद माना जा रहा है कि जल्द ही इस बाबत नए नियम सामने आ जाएंगे।

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