अमेठी में बन रही राइफल दिसंबर तक बन जाएगा भारतीय सेना का 'शेर'
अमेठी/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में भारतीय सेना की ताकत को बढ़ाने वाली एक राइफल तेजी से तैयार की जा रही है। रूस से कॉन्ट्रैक्ट के बाद हासिल की गई टेक्नोलॉजी के आधार पर भारतीय सेना के लिए तैयार की जाने वाली इस असॉल्ट राइफल को इस साल के अंत तक शत-प्रतिशत भारतीय तकनीक के अनुरूप निर्मित करने की तैयारी है।
इंडो-रूसी राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड (IRRPL) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक मेजर जनरल एस. के. शर्मा ने इस AK 203 असॉल्ट राइफल के बारे में जानकारी दी। इसे भारत में 'शेर' नाम से भारतीय सेना को मुहैया कराया जाएगा। उन्होंने बताया, 'एक राइफल, श्रेष्ठ राइफल' के तहत अमेठी की असॉल्ट राइफल AK 203, इस साल दिसंबर तक बन जाएगी स्वदेशी 'शेर'।
मेजर जनरल एस. के. शर्मा के मुताबिक, 'पिछले करीब डेढ़ साल में हमने 48,000 AK 203 राइफलें भारतीय सेना को दे दी हैं। 70,000 राइफलें अगले छह महीने तक भारतीय सेना को मिल जाएंगी।' उन्होंने बताया कि उसके बाद हमारा प्लान अपनी प्रोडक्शन कैपेसिटी को 1 लाख 50 हजार राइफल तक बढ़ाने का है ताकि भारतीय सेना को 6 लाख राइफलें 2030 तक मिल सके।
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