मेघालय में भी गौ रक्षा अभियान का विरोध, प्लेन उतारने की नहीं मिली इजाजत तो आकाश में फहराया ध्वज


नई दिल्ली। ज्योर्तिमठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती को शनिवार को अपना प्लेन मेघालय की धरती पर उतारने की इजाजत वहां की सरकार ने नहीं दी। गौ रक्षा अभियान की यात्रा को लेकर पूरे देश में भ्रमण पर निकले शंकराचार्य को अरुणाचल प्रदेश और नगालैंड के बाद मेघालय में भी गौ रक्षा अभियान के विरोध का सामना करना पड़ा। अरुणाचल प्रदेश और नगालैंड में तो शंकराचार्य का प्लेन एयरपोर्ट पर उतर भी गया था लेकिन मेघालय में एयरपोर्ट पर उनके विमान को उतारने की अनुमति तक नहीं दी गई। इस नाते उन्होंने अपने प्लेन से ही गौ रक्षा ध्वज को फहराकर इस अभियान को आगे बढ़ाया।

शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती गौ रक्षा अभियान के तहत असम पहुंचकर ही वहां लोगों से मिल सके। वहां पर सनातन धर्मियों ने उनका स्वागत किया। शंकराचार्य वहां कामाख्या माता के दर्शन करने के लिए भी गए और गौ माता को लेकर अपने अभियान के संबंध में सनातन धर्मियों को बताया। उन्हें गौ माता की रक्षा के लिए एकजुट होने और सभी को साथ लेकर आगे बढ़ने का संदेश दिया। यहां से शंकराचार्य मेघालय की यात्रा के लिए रवाना हुए किंतु उन्हें वहां एयरपोर्ट पर अपना प्लेन उतारने की इजाजत नहीं मिली। इस पर उन्होंने आकाश में 21,000 फुट की ऊंचाई पर गौ रक्षा ध्वज को फहरा कर राष्ट्र के नाम अपना संदेश जारी किया।

शंकराचार्य ने मेघालय के आकाश से देशवासियों को दिया यह संदेश

मेघों के बीच पहुँचकर गोप्रतिष्ठा ध्वज फहराया पूज्यपाद शंकराचार्य जी महाराज ने 

गोध्वज स्थापना भारत यात्रा के अन्तर्गत आज प्रातः असम से अगरतला जाकर गौध्वज की स्थापना की पूज्यपाद शंकराचार्य जी महाराज ने। 

पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 'परमाराध्य' परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर अनन्तश्रीविभूषित जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती '१००८' जी महाराज जब अगरतला एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद मेघालय की राजधानी शिलांग जाने को तैयार हुए तो पता चला कि मेघालय की सरकार ने एयरपोर्ट अथारिटी को आदेश दिया कि इनका विमान प्रदेश में उतरने नही दिया जाए। 

शिलांग एयरपोर्ट के डायरेक्टर ने अगरतला एयरपोर्ट के डायरेक्टर को स्पष्ट निर्देश देते हुए प्रदेश की सुरक्षा का हवाला देते हुए अनुरोध किया कि आप इस विशेष विमान को, जिसमें ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य अपनी यात्रा कर रहे हैं, को किसी परिस्थिति में मेघालय के शिलांग एयरपोर्ट पर नही उतार सकते हैं। अस्तु 

पूज्यपाद शंकराचार्य जी महाराज ने संकल्पानुसार मेघालय के आकाश मण्डल में पहुंचते ही गो प्रतिष्ठा ध्वज फहराया और गौरक्षा के लिए अपने दृढ़संकल्प को प्रेषित करते हुए अपना सन्देश मेघालय सरकार और विरोध करने वालों के लिए प्रेषित करते हुए उनको धन्यवाद दिया। कहा कि आपके विरोध के कारण हम इतने ऊपर आकर ध्वज फहरा पा रहे हैं, बांकी प्रदेशों में तो हम केवल 21 फुट पर ध्वज फहरा पाए लेकिन मेघालय में 21,000 फुट के ऊपर ध्वज फहराने का मौका विरोध करके आपने हमें प्रदान किया। हम जल्दी ही मेघालय आने का अपना कार्यक्रम सार्वजनिक करेंगे। निश्चित आएंगे, अपनों से संवाद करेंगे और गौ प्रतिष्ठा के सन्देश को प्रत्येक मेघालय के संवेदनशील लोंगों संग चर्चा करेंगे।

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