बेदीराम को सपा MLA बताकर पल्ला झाड़ने वाले राजभर ने अब पेपर लीक गैंग के सरगना को बताया सुभासपा विधायक
लखनऊ। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष और प्रदेश सरकार में मंत्री ओमप्रकाश राजभर मंगलवार को पेपर लीक गैंग के सरगना बेदीराम के साथ मुलाकात करते और फोटो खिंचवाते दिखे। जून में NEET का पेपर लीक होने के बाद देशभर में मचे बवाल के बीच बेदीराम का नाम भी उत्तर भारत के पेपर लीक गैंग के सरगना के रूप में सुर्खियों में सामने आया था। तब बेदीराम का पेपर लीक करवाने का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। विवाद बढ़ने पर सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने बेदीराम से पल्ला झाड़ते हुए उसे अपनी पार्टी में सपा का विधायक बताकर विवाद से किनारा करने की कोशिश की थी।
राजभर का कहना था कि सपा के कहने पर बेदीराम को उन्होंने अपनी पार्टी से टिकट देकर विधायक का चुनाव लड़वाया था। ऐसा ही सुभासपा अध्यक्ष राजभर ने माफिया मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी की योगी सरकार की पुलिस द्वारा गिरफ्तारी होने पर भी कहा था। अब्बास अंसारी को लेकर राजभर ने तब यह कहा था कि वह सपा का विधायक है। उन्होंने उसे सिर्फ अपनी पार्टी से टिकट देकर चुनाव लड़वाया है।
बेदीराम से 23 जुलाई को मिलने के बाद ओमप्रकाश राजभर ने अपने अधिकृत X (ट्विटर) हैंडल से उसके और अन्य पार्टी नेताओं के साथ गाजीपुर के पार्टी कार्यालय में खिंचवाई गई फोटो को ट्वीट कर उसे अपना विधायक बताया है। इसके बाद इसी फोटो को सुभासपा के X हैंडल से भी जारी कर बताया गया है कि कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने गाजीपुर प्रवास के दौरान विधायक जखनियां बेदीराम से मुलाकात की।
बेदीराम पर पेपर लीक कराने के दर्ज हैं 9 मामले
बीते जून महीने में नीट पेपर लीक मामले को लेकर हंगामा होने के बाद बेदीराम चर्चा में आयी था। तब सामने आया कि विधानसभा चुनाव लड़ने के दौरान चुनाव आयोग को दिए गए शपथ पत्र में बेदीराम ने स्वीकार किया है कि उसके ऊपर पेपर लीक कराने के नौ मामले दर्ज हैं। वह गिरफ्तार होकर जेल भी गया है।
बेदीराम के अलावा एक और विधायक विपुल दुबे (निषाद पार्टी) को रेलवे ग्रुप डी की भर्ती परीक्षा के पेपर लीक के सन 2006 से संबंधित मामले में गैंगस्टर कोर्ट में 26 जुलाई को पेश होना है। इस दिन गैंगस्टर कोर्ट के विशेष न्यायाधीश सभी आरोपियों पर आरोप तय करेंगे।



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