नवयुग कन्या महाविद्यालय में छात्राओं ने किया योगाभ्यास
लखनऊ। दसवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में नवयुग कन्या महाविद्यालय, राजेंद्र नगर, लखनऊ की 19 उत्तर प्रदेश गर्ल्स बटालियन एनसीसी विंग, शारीरिक शिक्षा विभाग , एनएसएस तथा दर्शन शास्त्र विभाग के संयुक्त तत्वावधान में योगाभ्यास का आयोजन किया गया। 20 जून को महाविद्यालय प्रांगण में योगाभ्यास का आयोजन प्राचार्या प्रो. मंजुला उपाध्याय के दिशा निर्देशन में किया गया। जिसका संयोजन व संचालन एनसीसी अधिकारी मेजर (डॉ.) मनमीत कौर सोढ़ी ने किया। उन्होंने भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा जारी योग क्रम के अनुसार ग्रीवा, स्कन्ध चालन क्रियाओं से लेकर बैठ कर, खड़े होकर, पेट के बल लेटकर, पीठ के बल लेटकर करने वाले भुजंगासन, मकरासन, भद्रासन, वक्रासन, त्रिकोण आसन, ताड़ासन, वृक्षासन, पवनमुक्तासन, भ्रामरी, कपालभाति, अनुलोम-विलोम और ध्यान आदि का अभ्यास करवाया।
योग दर्शन की प्रासंगिकता पर चर्चा करते हुए मेजर डॉ. मनमीत कौर सोढ़ी ने कहा कि योग केवल आसन और प्राणायाम तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह अष्टांग मार्ग की साधना है। यौगिक क्रियाएं हमें विभिन्न प्रकार के संक्रमण से बचाती हैं तथा सहज, सरल और तनाव मुक्त जीवन की राह दिखाती हैं। यदि हमारा शारीरिक, मानसिक, सामाजिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है तो उससे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता भी प्रभावित होती है। योग प्राचीन भारतीय परंपरा एवं संस्कृति की अमूल्य देन है जो हमें सिखाता है कि कैसे संतुलित जीवन जिया जा सकता है। इसी कारण से वैश्विक पटल पर योग की स्वीकार्यता बढ़ी है। इस मौके पर योगाभ्यास के दौरान रखने वाली सावधानियों पर भी चर्चा की।
योगाभ्यास में डॉ. सीमा पांडे, डॉ. मनीषा बरौनिया, कु. आयशा, कैडेट तनु सारस्वत, अंजलि राय, तनुजा कांडपाल, पलक गुप्ता, सोनल सिंह, पूजा गौतम, शुभांगी, नैंसी, बुशरा, खुशी त्रिपाठी, ज्योति गौतम और साक्षी समेत बड़ी संख्या में एनसीसी कैडेट्स, दर्शनशास्त्र एवं शारीरिक शिक्षा विभाग की छात्राओं ने भाग लिया।
कार्यक्रम का आरंभ 'संगच्छध्वं संवदध्वं...' इस संकल्प के साथ हुआ। समापन 'सर्वे भवंतु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया:..' की प्रार्थना के साथ हुआ।



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