बालिका विद्यालय : आर्य वीर वीरांगना दल प्रशिक्षण शिविर में बताया शस्त्र और शास्त्र का महत्व
- बेटियों को भारतीय मनीषा का सम्पूर्ण प्रशिक्षण आवश्यक : डॉ. लीना मिश्र
लखनऊ। वर्ष 1949 में स्थापित बालिका विद्यालय इंटरमीडिएट कॉलेज, मोती नगर के प्रबंधक एवं समाजसेवी मनमोहन तिवारी के संरक्षण में विद्यालय में पांच दिवसीय आर्य वीर वीरांगना प्रशिक्षण दल शिविर कार्यक्रम का प्रारंभ हुआ। इस कार्यक्रम के आयोजन का मुख्य उद्देश्य विद्यालय की छात्राओं को भारतीय संस्कृति की विविध विधाओं, योग, अध्यात्म, शास्त्रों और शस्त्रों का प्रशिक्षण प्रदान कर मानसिक और शारीरिक रूप से सुसंस्कृत और स्वस्थ बनाना है।
बीती 13 मई को आर्य वीर वीरांगना दल प्रशिक्षण का उद्घाटन देव यज्ञ से हुआ। इस यज्ञ की मुख्य यजमान विद्यालय की उप प्रबंधक सुश्री सुधा शर्मा और यज्ञ के पुरोहित डोरीलाल थे। बच्चों को शुभाशीष स्वामी वेदामृतानंद एवं डॉक्टर सत्यकाम आर्य द्वारा दिया गया। सभी के प्रति कृतज्ञता विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ. लीना मिश्र के द्वारा ज्ञापित दी गई। कार्यक्रम की नोडल वरिष्ठ शिक्षिका पूनम यादव और मंजुला यादव हैं।
इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक कांति कुमार, प्रशिक्षक इंदल आर्य, प्रधान आर्य समाज इंदिरा नगर अक्षय कुमार, रमेश, उर्मिला विद्यालय की समस्त शिक्षिकाएं एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारी उपस्थित रहे। प्रसाद वितरण के पश्चात छात्राओं का प्रशिक्षण प्रारंभ हुआ जिसमें छात्राओं को योग, कराटे, लेज़ियम, पीटी, ढाल-तलवार आदि का प्रशिक्षण दिया गया।
आर्य वीर दल एक बहु आयामी संगठन है, जिसके माध्यम से संस्कार, संस्कृति और संस्कृत का मानव निर्माण में योगदान आदि विषयों पर भी चर्चा होती है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 13 मई से प्रारंभ होकर 17 मई तक विद्यालय परिसर में होगा। इसमें पूरे उत्साह और मनोयोग से लगभग पचास छात्राएं प्रतिभाग कर रही हैं। कार्यक्रम की समाप्ति पर प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट भी दिए जाएंगे।


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