यूजीसी-नेट योग्यताधारी बीएड एमएड संविदा प्राध्यापक ने सृजित पद पर की समायोजन की मांग

रांची। झारखण्ड राज्य के सरकारी विश्वविद्यालय और अंगीभूत महाविद्यालय में सत्र 2005-06 से संचालित बीएड और सत्र 2009-10 से संचालित एमएड कोर्स में संविदा पर कार्यरत यूजीसी-नेट योग्यताधारी बीएड-एमएड प्राध्यापकों की बैठक ऑक्सीजन पार्क, मोराबादी, रांची में हुई। बैठक में सरकार द्वारा जारी किए गए झारखण्ड पात्रता परीक्षा 2024 के आयोजन हेतु जारी अधिसूचना का विरोध करते हुए कहा कि बीएड-एमएड विभाग मे संविदा पर वर्षों से कार्यरत यूजीसी नेट योग्यताधारी प्राध्यापकों के कार्य अनुभव को वरीयता देते हुए सृजित पद पर झारखण्ड मंत्री परिषद से सीधे सृजित पद पर समायोजित किया जाए, क्योंकि झारखण्ड के स्कूली शिक्षा में गुणवत्तापूर्ण और प्रशिक्षित शिक्षक को बनाने का कार्य वर्षों से संविदा पर कार्यरत बीएड और एमएड के शिक्षकों से ही संभव हो सका है। 

फंड होने के बावजूद वित्तीय सहायता नहीं मिलना दुखद

बताया गया कि ये अत्यंत कम मानदेय पर जीवन यापन को विवश हो रहे हैं। यही नहीं अभी तक सेवा में रहते हुए संजय मिंज, रामचंद्र सोए और शांति बारला की असामयिक मृत्यु हो गई, जबकि करोड़ों रुपए विश्वविद्यालय के बीएड फंड में जमा होने के बावजूद किसी भी प्रकार का वित्तीय सहायता या अनुकंपा पर आश्रित को नियुक्ति तक नहीं दी गई है। यह अत्यंत खेदजनक और दुखद है। ऐसा प्रतीत होता है कि विश्वविद्यालय एवं सरकार में मानवीय संवेदनाएं खत्म हो चुकी हैं। सरकार के हाल में लिए गए निर्णय से यूजीसी-नेट योग्यताधारी बीएड-एमएड प्राध्यापको में आशा की किरण का संचार हुआ है। 

ज्ञापन सौंपने का लिया निर्णय

बैठक में निर्णय लिया गया कि वर्षों से संचालित रांची विश्वविद्यालय में क्षेत्रीय एवं जनजातीय विभाग में कार्यरत प्राध्यापकों के स्थायीकरण के तर्ज पर बीएड और एमएड विभाग में कार्यरत यूजीसी नेट योग्यताधारी प्राध्यापकों का सीधे सृजित पद के विरुद्ध में समायोजन किया जाए। इस हेतु मुख्यमंत्री, विभागीय मंत्री, विधायक, सचिव, प्रधान सचिव और विकास आयुक्त को ज्ञापन सौंपने का संकल्प लिया गया। 

साथ ही एक तदर्थ कमिटी भी बनाई गई। जिसके अध्यक्षा मुक्ति सुचिता बड़ा डोरंडा कॉलेज रांची, उपाध्यक्ष महबूब आलम के.के. एम.कॉलेज पाकुड़, महासचिव डॉ. सचिन कुमार रांची विमेंस कॉलेज रांची, सचिव मनोज पाठक कोऑपरेटिव कॉलेज, जमशेदपुर, कोषाध्यक्ष प्रो. मनोज कुमार डोरंडा कॉलेज रांची को मनोनीत किया गया है। नव गठित संघ को संबोधित करते हुए प्रदेश संयोजक डोरंडा कॉलेज के कृष्णकांत रवि ने कहा कि वर्षों से कार्यरत नेट योग्यताधारी बीएड-एमएड प्राध्यापकों के समायोजन तक संघर्ष जारी रहेगा।

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