प्रभु राम के युग में स्थापित अयोध्या के श्रीधर्महरि चित्रगुप्त मंदिर को है अपने जीर्णोद्धार का इंतजार

 

अयोध्या (उत्तर प्रदेश)। श्रीराम जन्मभूमि पर नवनिर्मित मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के माहौल में श्रीधर्महरि चित्रगुप्त मंदिर के जीर्णोद्धार की मांग उठी है। अयोध्या के नया घाट क्षेत्र स्थित इस चित्रगुप्त मंदिर के बारे में मान्यता है कि त्रेता युग में प्रभु श्रीराम ने इसकी स्थापना कराई थी। 

कायस्थों के चारधाम में है इस मंदिर की मान्यता 

श्रीधर्महरि चित्रगुप्त मंदिर तुलसी उद्यान से लगभग 500 मीटर पूरब दिशा में डेरा बीबी मोहल्ले में बेतिया राज्य के मंदिर के निकट है। नयाघाट से मंदिर की सीधी दूरी लगभग एक किलोमीटर होगी। यह मंदिर कायस्थों के चारों धामों में दूसरे स्थान का महत्व रखता है।

कायस्थ संघ अंतर्राष्ट्रीय ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखा पत्र

कायस्थ संघ अंतर्राष्ट्रीय ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर श्रीधर्महरि चित्रगुप्त मंदिर अयोध्या का जीर्णोद्धार कराये जाने की मांग की है। कायस्थ संघ अंतर्राष्ट्रीय के अध्यक्ष दिनेश खरे ने बताया कि यह अतिविशिष्ट धाम अपने विकास की बाट जोह रहा है। एक तरफ पूरी अयोध्या में चहुंओर विकास की गंगा बह रही है तो दूसरी ओर अयोध्या में यह चित्रगुप्त धाम जीर्ण-शीर्ण हालत में है। इसके विकास की मांग अब कायस्थ संघ अंतर्राष्ट्रीय ने उठाई है। 

उनका कहना है कि जब पूरी अयोध्या में विकास की गंगा बह रही है तो इस मंदिर का भी जीर्णोद्बार होना चाहिए। पूरी दुनिया से चित्रगुप्त के वंशज यहां दर्शन-पूजन एवं अपनी कामना की पूर्ति के लिए आते हैं। आज की तारीख में यह मंदिर सरकार की ओर देख रहा है। भगवान राम ने त्रेता युग में यह मंदिर अपने हाथों से बनवाया था। आज जब एक बार फिर 500 वर्षों बाद रामलला को अपना घर मिल रहा है तो उन्हीं के बनाये इस मंदिर पर भी उनके लोगों द्बारा उसी तरह विकास कराया जाना चाहिए, ताकि भगवान चित्रगुप्त भी उनके इस प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पहुंचें। कायस्थ संघ अंतर्राष्ट्रीय के मीडिया प्रभारी राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि कायस्थ जागरण संस्थान भारत, अखिल भारतीय चित्रांश महासभा, अखिल भारतीय कायस्थ महासभा एवं अन्य कायस्थ संस्थाओं ने भी एक स्वर से मंदिर के जीर्णोद्धार की मांग उठायी है।


टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

यूपी : विद्युत अभियंताओं के चुनाव में संजय सिंह चौहान अध्यक्ष व जितेंद्र सिंह गुर्जर पुन: महासचिव निर्वाचित

चंद्र ग्रहण रविवार 07 सितम्बर को, जानिए किन राशियों पर पड़ेगा प्रभाव और क्या करें उपाय

नये संकल्पों के साथ मैदान में उतरेगा वैश्य समाज : डॉ. नीरज बोरा