मकर संक्रान्ति/खिचड़ी 15 जनवरी को, जानिये क्या है महत्व और कब से शुरू होंगी शादियां
इस वर्ष की मकर संक्रान्ति का पुण्य काल सोमवार 15 जनवरी को प्रातः 8:42 बजे से लेकर सायं काल तक रहेगा।
प्रतिवर्ष सूर्य के मकर राशि पर संक्रमण के समय यह संक्रान्ति मनायी जाती है। यही कारण है कि इसे मकर संक्रान्ति के नाम से जाना जाता है। शक्ति ज्योतिष केन्द्र लखनऊ के अनुसार राशि संक्रमण का शुभ समय प्रातः 08:42 बजे से ही प्रारम्भ हो रहा है।
ज्योतिष के अनुसार वर्ष में सूर्य की 12 संक्रान्तियां होती हैं किन्तु यह संक्रांति विशेष क्यों?
(1) शास्त्रों के अनुसार इस दिन सूर्य देव अपने पुत्र शनि से मिलने जाते हैं। ज्ञातव्य हो कि मकर राशि के स्वामी शनि होते हैं।
(2) माता गंगा जी इसी दिन अपनी यात्रा पूरी करके समुद्र में मिली थीं।
(3) खरमास की समाप्ति हो जाती है और सारे शुभ कार्य आरम्भ हो जाते हैं।
(4) मकर संक्रांति से सूर्य उत्तरायण हो जाते हैं। शास्त्रों के अनुसार देवताओं का दिन और असुरों की रात्रि का आरम्भ हो जाता है।
उक्त पुण्य काल में शनि की प्रिय वस्तु काला तिल, उड़द और कम्बल आदि का दान महत्वपूर्ण बताया गया है। वैज्ञानिक दृष्टि से भी सर्दी में ऊष्मा देने वाले पदार्थ तिल, गुड़ और उड़द आदि का सेवन उत्तम होता है।
शहनाई बजेगी
17 जनवरी बुधवार से 12 मार्च मंगलवार तक शादी ब्याह होते रहेंगे।
तत्पश्चात् मीन के सूर्य में होने पर एक बार पुन: रुक जाएंगे।
- पण्डित शक्तिधर त्रिपाठी, ज्योतिषाचार्य, शक्ति ज्योतिष केन्द्र, लखनऊ (यूपी)
मोबाइल नंबर - 9450 422 853


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