शिकायतकर्ता के झूठे आरोप पर SDO के निलंबन पर भड़के बिजली अभियंता
- लेसा में कार्यरत एसडीओ अमन तिवारी के निलम्बन के विरोध में फील्ड हॉस्टल लखनऊ में हुई आकस्मिक सभा
- विद्युत चोरी में संलिप्त व्यक्तियों की शिकायतों पर की जा रही उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियों पर रोक लगाने की उठी मांग
- उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद अभियन्ता संघ ने ऊर्जा मंत्री से निलम्बन की कार्यवाही तत्काल वापस किये जाने की मांग की
लखनऊ। राजधानी स्थित हाईडिल फील्ड हॉस्टल में बुधवार को लेसा के अन्तर्गत विद्युत वितरण उपखण्ड फतेहगंज के एसडीओ अमन तिवारी के निलम्बन के विरोध में अभियन्ता संघ की आकस्मिक बैठक आहूत की गयी। संघ ने बिजली चोरी में सम्मिलित व्यक्ति द्वारा झूठी शिकायत किये जाने पर ऊर्जा मंत्री के द्वारा दिये गये निर्देश को मनमाना करार दिया। संघ का कहना है कि इस मामले में एकतरफा कार्यवाही कर निलम्बन की कार्रवाई करना अन्यायपूर्ण है। संघ ने कार्रवाई पर रोष प्रकट करते हुए निलम्बन की कार्यवाही को तत्काल वापस किये जाने की मांग की है। साथ ही प्रदेश भर में अभियन्ताओं के विरुद्ध झूठी शिकायतों पर की जा रही उत्पीड़नात्मक कार्यवाहियों पर रोक लगाने की भी मांग की है।
संघ की तरफ से जारी विज्ञप्ति के अनुसार बैठक में महासचिव जितेंद्र सिंह गुर्जर द्वारा बताया गया कि विगत 4 August 2023 को शिकायतकर्ता के परिसर पर अवैध तरीके से विद्युत का उपयोग होता पाया गया। जिसके खिलाफ विद्युत अधिनियम की धारा 135 के अन्तर्गत प्राथिमिकी दर्ज करायी गयी थी। शिकायतकर्ता द्वारा जिस परिवर्तक से संयोजन हेतु आग्रह किया जा रहा है, वह परिवर्तक स्थानीय निवासी का पूर्ण जमा योजना के अन्तर्गत रखा गया है। जिससे शिकायतकर्ता के परिसर की दूरी भी मानक से अधिक है। नियम विरुद्ध संयोजन न दिये जाने के कारण शिकायतकर्ता द्वारा ऊर्जा मंत्री के जनता दर्शन कार्यक्रम में गलत तथ्यों को प्रस्तुत कर झूठी शिकायत की गयी।
संघ का कहना है कि शिकायतकर्ता का यह कथन कि विभाग की मिलीभगत से चोरी से बिजली चलवायी जा रही थी, पूर्णतः निराधार है। जबकि विभागीय कार्मिकों द्वारा उस क्षेत्र के दूसरे परिवर्तक पर हो रही बिजली चोरी को भी पकड़ा गया और प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। विभाग द्वारा समय-समय पर बिजली चोरी पर अंकुश लगाये जाने हेतु अभियान चलाये गये हैं, जिससे लेसा क्षेत्र में लाइन हानियों में कमी आयी है तथा राजस्व में वृद्धि हुई है।
मध्यांचल डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक से मिले अभियंता
उपरोक्त प्रकरण में राज्य विद्युत परिषद अभियंता संघ द्वारा मध्यांचल डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक से मुलाकात कर सम्पूर्ण प्रकरण से अवगत कराते हुए निलंबन की कार्यवाही को समाप्त करने का अनुरोध किया गया। चर्चा के दौरान यह भी अवगत कराया गया कि इस प्रकार एकतरफा गलत कार्यवाही से प्रदेश के समस्त अभियंताओं में भारी रोष एवं निराशा व्याप्त है। इससे अभियन्ताओं के मनोबल पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है, जबकि सीमित संसाधनों के बावजूद विद्युत अभियन्ता निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने एवं राजस्व वसूली के कार्यों में पूर्ण मनोयोग अहर्निष जुटे हुए हैं। प्रबंध निदेशक ने पूरे प्रकरण की न्याय संगत तरीके से जांच कर सार्थक कार्यवाही किये जाने का आश्वासन दिया है।
बैठक में इं. जितेन्द्र सिंह गुर्जर, इं. रणवीर सिंह, इं. आलोक कुमार, इं. देवेन्द्र बहादुर, इं. एसके सिंह, इं. राहुल सिंह, इं. एनके सिंह, इं. अनिमेश, इं. अभिषेक, इं. विजय तिवारी और इं. संतोष कुमार आदि अभियन्तागण उपस्थित रहे।
महासचिव


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