झारखंड में सियासी हलचल के बीच सोरेन समर्थक विधायक पहुंचे छत्तीसगढ़, रायपुर के रिजार्ट में रहेंगे
- छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में विधायकों के लिए बुक किए गए हैं 47 कमरे
रांची नई दिल्ली। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सरकार पर मंडरा रहे संकट के बीच झारखंड से सरकार समर्थक विधायकों को छत्तीसगढ़ पहुंचा दिया गया है। रांची में एयरपोर्ट पर हवाई जहाज में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर जाने के लिए महागठबंधन के सभी विधायकों को बिठाने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन वापस सीएम हाउस लौट आए।
झारखंड में मंगलवार दोपहर में तेज हुई सियासी हलचल के बीच सोरेन सरकार ने एक बार फिर अपने विधायकों को ‘सुरक्षित’ करने का काम किया। छत्तीसगढ़ पहुंच चुके महागठबंधन के मुख्यमंत्री समर्थक सभी विधायक वहां अगली रणनीति तक रुके रहेंगे। राज्य में कांग्रेस पार्टी और अन्य विधायकों के सहयोग से सरकार चला रहे झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपनी सत्ता बचाने के लिए सभी विधायकों को लेकर तीन दिन पहले भी खूंटी पहुंच गए थे। वहां पतरातू डैम पिकनिक स्थल पर अपने सभी विधायकों के साथ वह रुके रहे और सब कुछ ठीक होने की पुख्ता सूचना पर ही वापस रांची लौटे थे। तब सरकार को लेकर बनी अनिश्चितता की स्थिति के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पतरातू डैम पिकनिक स्थल पर अपने समर्थक विधायकों के साथ की तस्वीरों को भी सोशल मीडिया पर शेयर किया था। अब एक बार फिर झारखंड में सरगर्मी तेज हो गई है। सोरेन फिलहाल अपने विधायकों को समेट कर मजबूती से सियासी समर लड़ने का संकेत दे रहे हैं।
‘सत्ता पक्ष हर परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार’
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची एयरपोर्ट पर मीडिया के सवालों पर कहा कि कोई अनहोनी नहीं होगी। हर परिस्थिति का सामना करने के लिए सत्ता पक्ष तैयार है। उन्होंने कहा कि रणनीति के तहत कार्य किए जा रहे हैं। उसी रणनीति की छोटी सी झलक पहले और आज सभी ने देखा, आगे भी कई चीजें देखने को मिलेंगी। राज्य में षड्यंत्रकारियों को सत्ता पक्ष तरीके से जवाब देगा।
यह है मामला
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की विधायक पद पर अयोग्यता से संबंधित मामले में चुनाव आयोग ने रिपोर्ट राज्यपाल को भेज रखी है। इस मामले में राज्यपाल को निर्णय लेना है। सोरेन पर मुख्यमंत्री रहते हुए खुद और अपने परिजनों के लिए खनन पट्टे लेने का आरोप है।
इस मामले के बीच, झारखंड के दुमका में अंकिता को पेट्रोल डालकर जला देने के मामले को लेकर राज्य के लोगों में भारी नारजगी सामने आई है। इस मामले में राज्य में प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी सोरेन सरकार पर जबरदस्त तरीके से हमलावर है।
हालांकि, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मामले में सख्त कार्रवाई करने की बात कही है। डीजीपी को इस बारे में उन्होंने हिदायत दे रखी है। अंकिता के परिवार को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने के साथ मुख्यमंत्री इस मामले में सख्त कार्रवाई करने की बात कह रहे हैं।
वहीं, अंकिता को जलाने वाले आरोपी शाहरुख और उसे पेट्रोल मुहैया कराने वाले नईम को गिरफ्तार कर लिया गया है। मामले के जांच अधिकारी डीएसपी की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। इस मामले में झारखंड में आम आदमी से लेकर सियासी क्षेत्र में भी खलबली मची हुई है।

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