अलकायदा से जुड़े दो जिहादी मॉड्यूल का खुलासा, मदरसा संचालक सहित कई गिरफ्तार
- पूर्वाेत्तर के असम में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा राज्य में 700 मदरसों को बंद कर सामान्य शिक्षा शुरू की
नई दिल्ली। पड़ोसी बांग्लादेश में प्रतिबंधित अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) से ताल्लुक रखने वाले दो जिहादी मॉड्यूल को असम में पकड़ा गया है। ये जिहादी मॉड्यूल भारतीय उपमहाद्वीप (एक्यूआईएस) और अंसारुल्लाह बांग्ला टीम में वैश्विक आतंकी संगठन अलकायदा के साथ संबंध रखने वाले इस्लामिक कट्टरवाद से जुड़े हैं। इस मामले में एक मदरसा संचालक और एबीटी के मददगार को पकड़ा गया है। इसके अलावा अन्य लोग भी गिरफ्तार किए गए हैं। असम पुलिस ने इस मामले में कई जगहों पर छापेमारी कर इस मॉड्यूल का खुलासा किया है।
असम के विशेष डीजीपी कानून व्यवस्था का कहना है कि बारपेटा पुलिस ने एक्यूआईएस और एबीटी से संबंध रखने के वाले आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। बारपेटा पुलिस स्टेशन में धारा 17/18/18बी/19/20 यूए (पी) अधिनियम 1967 में मामला दर्ज हुआ। मदरसा संचालक मुस्तफा उर्फ मुफ्ती मुस्तफा और अब्बास अली को गुरुवार 28 जुलाई को क्रमशः मोरीगांव और गोलपारा से हिरासत में लिया गया। मुस्तफा एक मदरसा चलाता है और अलकायदा से संबंधित एबीटी के वित्त पोषण से जुड़ा हुआ है, जबकि अब्बास एबीटी के फरार सदस्यों में से एक को रसद और आश्रय प्रदान करता है।
असम पुलिस के अनुसार आरोपी मुस्तफा उर्फ मुफ्ती मुस्तफा मोरीगांव जिले के सहरिया गांव का निवासी है। वह अंसारुल्लाह बांग्ला टीम का सक्रिय सदस्य है जो भारतीय उप महाद्वीप में अलकायदा से जुड़ा हुआ है। इससे पहले मई 2022 में एनआईए ने असम के बारपेटा जिले में दो जगहों पर छापेमारी की थी। यह मामला असम के बारपेटा जिले में सक्रिय भारतीय उपमहाद्वीप में अलकायदा से संबद्ध अंसारुल्ला बांग्ला टीम के एक सक्रिय मॉड्यूल से संबंधित है।
बारपेटा और मोरीगांव में दो जिहादी मॉड्यूल को पकड़ा: मुख्यमंत्री
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा गुवाहाटी में 28 जुलाई को मीडिया से कहा कि कल से लेकर आज तक हमने असम के बारपेटा और मोरीगांव जिलों में 02 जिहादी मॉड्यूल को पकड़ा है। इस जिहादी मॉड्यूल में शामिल सभी लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा कि हमने 700 सरकारी मदरसों को बंद कर इसमें सामान्य शिक्षा शुरू कर दी है। आज हमें जो एक मॉड्यूल मिला है, जिसका नेतृत्व एक मदरसे का शिक्षक कर रहा था।
इससे पहले असम पुलिस ने मोरीगांव, बारपेटा, गुवाहाटी और गोलपारा जिलों से 11 लोगों को हिरासत में लिया। इन सभी पर भारतीय उपमहाद्वीप एक्यूआईएस और अंसारुल्लाह बांग्ला टीम में वैश्विक आतंकी संगठन अलकायदा के साथ संबंध रखने वाले इस्लामिक कट्टरवाद से जुड़े होने का आरोप है। पुलिस का कहना है कि मोरीगांव के सहरियागांव में जमीउल हुडा मदरसा की इमारत को बंद कर दिया गया है, क्योंकि यह हिरासत में लिये गए लोगों के लिए एक सुरक्षित घर है। हिरासत में लिये गए लोगों के पास से कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त हुए हैं। इनके लिंक का पता लगाने के लिए आगे जांच की जा रही है।
बांग्लादेश के नागरिकों को बारपेटा लाए, जो त्रिपुरा और भोपाल भी गए
बारपेटा के पुलिस अधीक्षक अमिताभ सिन्हा ने बताया कि 27-28 जुलाई की रात में बारपेटा के कई इलाकों में समन्वित छापेमारी की गई। हमने इस छापेमारी में 08 लोगों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार लोग कट्टरपंथी प्रक्रिया में शामिल थे जो अंसारुल्लाह बांग्ला टीम से संबंध रखते हैं। यह संगठन बांग्लादेश में गैरकानूनी करार दिया गया है। इनसे पूछताछ में पता चला कि इनके द्वारा 02 बांग्लादेशी नागरिकों को बारपेटा लाया गया। यह लोग कट्टरपंथी प्रक्रिया में शामिल थे जो भारत के राष्ट्रीय हित के लिए सही नहीं थे। छानबीन में पता चला है कि पकड़े गए दोनों बांग्लादेशी नागरिक त्रिपुरा और भोपाल भी गए थे।
मोरीगांव की एसपी अपर्णा एन ने बताया कि हमें मुस्तफा नाम के एक व्यक्ति के बारे में जानकारी मिली, जो मोरियाबारी में एक मदरसा चलाता है। जहां देशविरोधी गतिविधियां होती हैं। वो उप महाद्वीप में अलकायदा से संबंधित एबीटी के वित्तपोषण से जुड़ा हुआ है।

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