गोवा में फर्जी लाइसेंस पर बेटी के बार चलाने के आरोप पर कांग्रेस पर भड़कीं स्मृति ईरानी, कहा - कांग्रेस के आरोप दुर्भावनापूर्ण
नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी पर कांग्रेस पार्टी ने गोवा में फर्जी लाइसेंस पर बार चलाने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने शनिवार को इस मामले में स्मृति ईरानी की बर्खास्तगी की मांग करते हुए कहा कि आरटीआई (सूचना के अधिकार) से इसका खुलासा हुआ है। कांग्रेस के इस आरोप पर भड़कीं स्मृति ईरानी ने कहा कि जिस 18 साल की लड़की की इज्जत पर कांग्रेस के प्रवक्ताओं ने आज हमला किया है, उसका दोष यह है कि उसकी मां स्मृति ईरानी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ प्रेस कॉन्फ्रेंस करती है।
कांग्रेस के आरोपों के बाद मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि उनकी बेटी पर कांग्रेस के आरोप दुर्भावनापूर्ण हैं। गांधी परिवार के ‘दिशा-निर्देश’ पर ये आरोप लगाए गए हैं। उन्होंने अपनी बेटी के गोवा में अवैध बार चलाने के आरोपों से इनकार किया। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि मेरी बेटी पर अवैध बार चलाने का आरोप निंदनीय है। यह कांग्रेस नेतृत्व के निर्देश पर किया गया है, क्योंकि मेरे पास एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करने और भारतीय खजाने की 5,000 करोड़ रुपये की लूट के लिए सोनिया और राहुल गांधी से सवाल करने का दुस्साहस था।
कांग्रेस से पूछा सवाल, ‘आरटीआई में कहां है मेरी बेटी का नाम’
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा कि वो आरटीआई के आधार पर मेरी बेटी पर आरोप मढ़ रहे हैं। मैं जयराम रमेश से पूछती हूं कि क्या आरटीआई की उस एप्पलीकेशन में मेरी बेटी का नाम है। क्या उसके जवाब में मेरी बेटी का नाम है। स्मृति ईरानी ने कहा कि पवन खेड़ा ने ये कहा कि मेरी बेटी को कारण बताओ नोटिस दिया गया और अपने हाथ में दो कागज दिखाए। मैं आज पूछना चाहती हूं कि इन कागजों में मेरी बेटी का नाम कहां है?
यह सारा मामला उस चर्चा में आया, जब 23 जुलाई को दिन में संसद सदस्य एवं कांग्रेस पार्टी के महासचिव जयराम रमेश, एआईसीसी के मीडिया एवं पब्लिसिटी के चेयरमैन पवन खेड़ा और अखिल भारतीय महिला कांग्रेस अध्यक्ष नेटा डिसूजा ने इस बारे में वक्तव्य जारी किया। कांग्रेस नेताओं ने मीडिया से इस बारे में बात भी की। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी के परिवार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। गोवा में उनकी बेटी द्वारा चलाए जा रहे रेस्टोरेंट पर शराब परोसने के लिए फर्ज़ी लाइसेंस जारी करवाने का आरोप लगा है। कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि ये कोई ‘सूत्रों के हवाले से’ अथवा एजेंसियों द्वारा राजनीतिक प्रतिशोध लेने के लिए लगाया गया आरोप नहीं है, बल्कि आरटीआई से खुलासा हुआ है। जिसके मुताबिक स्मृति ईरानी की बेटी ने अपने ‘सिली सोल्स कैफे एंड बार’ के लिए फर्ज़ी दस्तावेज़ देकर ‘बार लाइसेंस’ जारी करवाए।
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाते हुए निम्न बिंदुओं को उठाया और कहा,
▪ 22 जून 2022 को लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए जिस ‘एंथनी डीगामा’ के नाम से आवेदन किया गया, उनकी पिछले साल मई में ही मौत हो चुकी है। एंथनी के आधार कार्ड से पता चला है कि वे मुंबई के विले पार्ले के निवासी थे। आरटीआई लगाने वाले वकील को इनका मृत्यु प्रमाण पत्र भी मिला है।
▪ विषय चूंकि केंद्रीय मंत्री से संबंधित है, इसलिए इस मामले में तमाम नियम कानून भी ताक पर रख दिए गए। गोवा की आबकारी नीति के मुताबिक राज्य में केवल मौजूदा रेस्टोरेंट को ही बार लाइसेंस मिल सकता है, वो भी एक रेस्टोरेंट को एक बार में एक। लेकिन पिछले साल फरवरी में स्मृति ईरानी के पारिवारिक रेस्टोरेंट को विदेशी शराब की खुदरा बिक्री के साथ ही भारत में निर्मित विदेशी और देशी शराब की खुदरा बिक्री के लिए भी लाइसेंस जारी कर दिए गए।
▪ दस्तावेजों से ये भी पता चला है कि बार लाइसेंस के लिए आवश्यक रेस्तरां लाइसेंस के बिना ही बार लाइसेंस जारी किए गए।
▪ खबरों के मुताबिक फर्जीवाड़े के खुलासे के कुछ ही घंटे बाद बाद कल 22 जुलाई की शाम भाजपा सरकार ने एक्साइज कमिश्नर नारायण गड को परेशान करने का खेल शुरू कर दिया। जिन्होंने उत्तर गोवा के असगाओ में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी के परिवार द्वारा चलाए जा रहे इस अवैध बार और रेस्तरां को कारण बताओ नोटिस भेजा था।
▪ एक अन्य अपडेट ये है कि आज 23 जुलाई की सुबह से ही विवादास्पद थंडर फोर्स सिक्योरिटी के बाउंसर्स उस बार एवं रेस्तरा के आसपास तैनात किए गए हैं।
▪ ये सारे तथ्य दिखाते हैं, कैसे हर स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ है और तथ्यों को छिपाने की कोशिश की जा रही है। चूंकि ये मामला केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी से जुड़ा हुआ है इसलिए और भी ज्यादा गंभीर हो जाता है।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि स्मृति ईरानी जवाब दें
▪ ये धांधली किसके इशारे पर हो रही है?
▪ अवैध कार्यों को अंजाम देने के पीछे कौन है?
▪ जो स्मृति ईरानी कल तक राहुल गांधी और सोनिया गांधी को लेकर तरह-तरह के सवाल पूछ रही थीं, वो आज अपने पारिवारिक भ्रष्टाचार पर चुप क्यों हैं?
▪ सत्ता बल के द्वारा इस फर्जीवाड़े को छुपाने का खेल क्यों चल रहा है?
कांग्रेस पार्टी ने कहा कि कानून के उल्लंघन करने वालों को ये एहसास होना चाहिए कि कानून के लंबे हाथ धीरे-धीरे ही सही लेकिन भ्रष्टाचार करने वालों तक पहुंचते जरूर हैं। हम प्रधानमंत्री से मांग करते हैं कि तुरंत प्रभाव से स्मृति ईरानी को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किया जाए, उन स्मृति ईरानी को जिन्होंने 12 दिसम्बर 2004 को गुजरात के मुख्यमंत्री से इस्तीफा मांगा था।


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