पांच साल जेल में बिताने के बाद बाहर आए 121 आदिवासी, एनआईए की अदालत ने किया बरी
- छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सन 2017 में सीआरपीएफ की टुकड़ी पर नक्सली हमले में शहीद हो गए थे दो दर्जन से ज्यादा जवान
नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सन 2017 में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए सभी 121 आदिवासियों को बरी कर दिया गया है। ये सभी पांच साल से जेल में बंद थे। सन 2017 एक नक्सली हमले में सुकमा जिले के जंगलों में सीआरपीएफ के दो दर्जन से ज्यादा जवान शहीद हो गए थे।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की अदालत ने सुकमा में सन 2017 के हमले के मामले में गिरफ्तार किए गए सभी 121 आदिवासियों को बरी कर दिया है। इन सभी के खिलाफ एनआईए की कोर्ट में इन पर लगे आरोपों को सिद्ध नहीं किया जा सका। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले के इलाके में सीआरपीएफ के जवानों पर इन सभी पर हमला करने का आरोप लगाया गया था। इन पर यूएपीए आदि का चार्ज भी लगाया गया था। शुक्रवार को इन सभी को एनआईए की एक अदालत ने बरी कर दिया। शनिवार को ये सभी पांच साल बाद जेल से बाहर आए।

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