पीडब्ल्यूडी तबादला भ्रष्टाचार: मुख्यमंत्री योगी का चला चाबुक, विभागाध्यक्ष सहित 06 अफसर सस्पेंड
लखनऊ। लोक निर्माण विभाग के तबादलों में भ्रष्टाचार का मामला सामने आने के बाद जिम्मेदारों पर मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ की कार्रवाई का चाबुक चलने से विभाग में हड़कंप मच गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ के सख्त रवैये के कारण इस मामले में 24 घंटे के अंदर पीडब्ल्यूडी के विभागाध्यक्ष सहित 06 अफसर सस्पेंड कर दिये गए हैं। सोमवार को पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद के विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) अनिल कुमार पांडेय को सस्पेंड करने के बाद मंगलवार को विभागाध्यक्ष मनोज कुमार गुप्ता सहित 05 और अफसर सस्पेंड कर दिये गए।
मुख्यमंत्री की तरफ से 19 जुलाई को सामने आई कार्रवाई के बाद पीडब्ल्यूडी के विभागाध्यक्ष और प्रमुख अभियंता (विकास) मनोज कुमार गुप्ता, प्रमुख अभियंता राकेश कुमार सक्सेना, वरिष्ठ स्टाफ अफसर ई-2 शैलेन्द्र कुमार यादव के अलावा प्रशासनिक अधिकारी व्यवस्थापन 'घ' वर्ग पंकज दीक्षित व प्रधान सहायक व्यवस्थापन 'घ' वर्ग संजय कुमार चौरासिया को अनुशासनिक कार्रवाई करते हुए सस्पेंड कर दिया गया है।
पीडब्ल्यूडी में तबादलों में गंभीर अनियमितताओं की शिकायत मुख्यमंत्री तक पहुंची थी। इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कृषि उत्पादन आयुक्त (एपीसी) मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में जांच कमेटी का गठन किया था। जांच कमेटी ने अपनी छानबीन में पाया कि पीडब्ल्यूडी मंत्री के ओएसडी अनिल कुमार पांडेय के अलावा विभागाध्यक्ष व प्रमुख अभियंता (विकास) मनोज कुमार गुप्ता सहित इन सभी अफसरों ने तबादलों में भारी अनियमितता की है। भ्रष्टाचार की इन शिकायतों की प्रथम द्रष्टया पुष्टि होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ का चाबुक इन सभी पर चल गया।

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