उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद और एमएलसी सीट से इस्तीफा दिया

नई दिल्ली। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का सम्मान करने की बात करते हुए कहा कि मैं मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे रहा हूं। उन्होंने कहा कि शिवसेना प्रमुख के बेटे को आपने इस तरह से हटाने और धोखा देने का काम किया है, तो ठीक है मैं इस पाप को भोगने के लिए तैयार हूं। 

बुधवार 29 जून को सुप्रीम कोर्ट का फ्लोर टेस्ट को नहीं रोकने का फैसला आने के तुरंत बाद ही शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की घोषणा की। देर रात फेसबुक लाइव के जरिये जनता से रूबरू हुए उद्धव ठाकरे ने अपनी एमएलसी सीट से त्यागपत्र देने का ऐलान किया। उनका इस्तीफा लेकर उनकी पार्टी के नेता अनिल परब राजभवन पहुंचे, जहां राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को उनका त्यागपत्र सौंपा। 

शिवसैनिकों का खून बहते नहीं देख सकता 

फेसबुक लाइव पर संबोधन के दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि यहां पैरा मिलिट्री लगा दी गई है, कल को मिलिट्री भी लगाई जा सकती है। मैं अपने शिवसैनिकों का खून बहते हुए नहीं देख सकता, इसलिए मैं तुरंत पद छोड़ रहा हूं। मैंने मुख्यमंत्री का बंगला पहले ही छोड़ दिया था। मुझे सत्ता और पद का कोई मोह नहीं है। सभी लोग शांति बनाए रखें।

उन्होंने अपने कार्यकाल के लिए सहयोगी दलों का धन्यवाद भी किया। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार आदि का आभार जताते हुए उद्धव ठाकरे ने शिवसैनिकों से शांति बनाए रखने और संयत बरतने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि मुझे महाराष्ट्र में कोई खून-खराबा नहीं चाहिए जो हो रहा है, होने दीजिये। शिवसैनिक हमारे साथ हैं।

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