विपक्ष के राष्ट्रपति के साझा उम्मीदवार बने यशवंत सिन्हा



  • कांग्रेस ने भी साझा प्रत्याशी यशवंत सिन्हा को दिया समर्थन, चुनाव संचालन के लिए बनाई कमेटी 
नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस के नेता और पूर्व केंद्रीय वित्त व विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा ने टीएमसी से इस्तीफा दे दिया है। यशवंत सिन्हा अब अगले महीने होने वाले राष्ट्रपति के चुनाव में विपक्ष के साझा प्रत्याशी होंगे। टीएमसी में शामिल होने के बाद उन्हें तृणमूल कांग्रेस का उपाध्यक्ष बनाया गया था। 

टीएमसी की अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की तरफ से बीती 15 जून को दिल्ली में राष्ट्रपति के चुनाव को लेकर विपक्षी दलों के साथ शुरू की गई मीटिंग में पहले वरिष्ठ नेता और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार को राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनाने की कोशिश हुई थी। शरद पवार के इस बारे में रुचि नहीं दिखाने पर विपक्षी खेमे की तरफ से जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला को प्रत्याशी बनाने का प्रयास किया गया, किंतु फारुख अब्दुल्ला के भी तैयार नहीं होने पर विपक्ष ने पूर्व राज्यपाल गोपाल कृष्ण गांधी को राष्ट्रपति के चुनाव में उतारने के लिए अभियान को आगे बढ़ाया। 

जानकारी के अनुसार एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार की अध्यक्षता में दिल्ली में हुई बैठक में विपक्षी दलों ने यशवंत सिन्हा को अपना संयुक्त राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया। शरद पवार की अध्यक्षता में हुई विपक्षी दलों की इस बैठक में यशवंत सिन्हा भी शामिल थे। इससे पहले यशवंत सिन्हा ने ट्वीट कर कहा, ‘टीएमसी में उन्होंने मुझे जो सम्मान और प्रतिष्ठा दी, उसके लिए मैं ममता जी का आभारी हूं। अब एक समय आ गया है जब एक बड़े राष्ट्रीय उद्देश्य के लिए मुझे पार्टी से हट कर अधिक विपक्षी एकता के लिए काम करना होगा। मुझे यकीन है कि वह इस कदम को स्वीकार करती हैं।’

कांग्रेस ने कहा कि सर्वसम्मति से तय किया यशवंत सिन्हा का नाम 

कांग्रेस पार्टी ने भी विपक्ष के साझा प्रत्याशी के तौर पर अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे यशवंत सिन्हा को अपना समर्थन दिया है। इस संबंध में कांग्रेस की तरफ जारी बयान में बताया गया कि हम विभिन्न धर्मनिरपेक्ष विपक्षी दलों के प्रतिनिधि मिले और सर्वसम्मति से राष्ट्रपति चुनाव में एक आम उम्मीदवार को मैदान में उतारने का फैसला किया है। हमने सर्वसम्मति से यशवंत सिन्हा को 18 जुलाई को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों के आम उम्मीदवार के रूप में चुना है।

इसलिए हम सभी राजनीतिक दलों से यशवंत सिन्हा की उम्मीदवारी का समर्थन करने की अपील करते हैं ताकि देश में एक योग्य राष्ट्रपति निर्विरोध निर्वाचित हो सके। हालांकि इसकी पहल सत्ताधारी दल की तरफ से की जानी चाहिए थी। कांग्रेस ने कहा कि यशवंत सिन्हा के चुनाव अभियान को चलाने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है, जो आज से काम करना शुरू कर देगी।

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