राजभर सदन में सपा से दिखे दूर, आजम भी रामपुर वापस लौटे
लखनऊ। योगी सरकार 2.0 में पहले दिन विपक्ष बंटा नजर आया। मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के विधानसभा चुनाव में साथी रहे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर सोमवार को बजट सत्र के दौरान राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान अपनी सीट पर खामोश बैठे रहे। राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान पोस्टर लहरा कर नारेबाजी कर रहे सपा विधायकों का राजभर ने साथ नहीं दिया। बाद में राजभर ने अखिलेश यादव पर एसी से बाहर निकल कर जनता के मुद्दों पर सड़क पर उतर कर संघर्ष करने का दबाव बनाया। वहीं दूसरी तरफ सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां शपथ ग्रहण करने के बाद रामपुर वापस लौट गए। आजम विधानसभा तो पहुंचे पर सदन में बजट सत्र में शामिल नहीं हुए।
सुभासपा अध्यक्ष बोले, एसी से बाहर निकलना होगा अखिलेश को
सुभासपा अध्यक्ष राजभर और उनकी पार्टी के 05 अन्य विधायकों के बजट सत्र के दौरान राज्यपाल के अभिभाषण का विरोध कर रहे सपा विधायकों से दूरी बनाये रखने के इस अंदाज ने सभी को चौंकाया, जबकि सपा गठबंधन के दूसरे साथी राष्ट्रीय लोकदल के विधायक नारेबाजी में साथ देते रहे। बाद में मीडिया से बात करते हुए राजभर ने कहा कि राज्यपाल के अभिभाषण पर हंगामा और नारेबाजी करना उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि कार्यमंत्रणा की मीटिंग में राज्यपाल का सभी दल सम्मान करने की बात कहते हैं तो यह होना चाहिए, क्योंकि राज्यपाल साल में सिर्फ एक बार सदन में आती हैं।
हालांकि सपा से दूरी के मुद्दे पर सुभासपा अध्यक्ष राजभर ने कहा कि ऐसा नहीं है। वे लोग मंगलवार 24 मई को सदन में सपा के साथ हर मोर्चे पर सरकार को घेरेंगे। राजभर ने 23 मई को मीडिया से यह भी कहा कि वह अखिलेश यादव के खिलाफ नहीं हैं। वे उनके हित में ये बात कह रहे हैं। सन 2024 का लोकसभा चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करना है तो एसी से बाहर निकलना होगा। जनता के बीच जाना होगा।
राजभर का दावा, सपा नेताओं ने उनसे कहा कि आप अखिलेश से कहिये
राजभर ने तो ये भी दावा किया कि सपा के कुछ नेताओं ने उनसे कहा कि अखिलेश आपकी तरह मेहनत क्यों नहीं कर रहे। आप उनसे ये बात कहिये। राजभर ने कहा कि अखिलेश से वह जनता के मुद्दों को लेकर सड़क पर निकलने को लेकर बात करेंगे। सुभासपा अध्यक्ष ने कहा कि जनता के बीच नहीं जाने का ही नतीजा है कि बीएसपी जैसी पार्टी का आज एक और कांग्रेस के मात्र 02 विधायक हैं। हालांकि राजभर की इस बात के जवाब में सपा के वरिष्ठ विधायक मनोज पांडेय ने कहा कि उनकी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव जनता के हर मुद्दे पर उनके बीच पहुंच रहे हैं। जौनपुर, ललितपुर और सिद्धार्थनगर आदि मामलों में अखिलेश तुरंत पीड़ित लोगों से मिले और उनकी आवाज उठाई।
आजम के बेटे अब्दुला आजम सदन पहुंचे, पर आजम नहीं
सोमवार को अपने गृह जनपद रामपुर से लखनऊ आए सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां और उनके बेटे अब्दुला आजम ने विधानसभा सदस्यता की शपथ ग्रहण की। इसके बाद आजम रामपुर चले गए। सपा नेताओं का कहना है कि उनकी तबीयत ठीक नहीं होने के कारण वह वापस रामपुर लौट गए हैं, जबकि उनके बेटे अब्दुला आजम बजट सत्र के पहले दिन सदन पहुंचे और वहां कार्यवाही में शामिल हुए।

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