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काशी हिंदू विश्वविद्यालय : डॉट, एवरी मार्क मैटर्स छापा कला प्रदर्शनी में दिखी आधुनिक प्रयोगों की विविध तकनीक

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वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के दृश्य कला संकाय के अंतर्गत चित्रकला विभाग के सहायक आचार्य डॉ. महेश सिंह द्वारा अहिवासी गैलरी में प्रिंट मेकिंग की डॉट, एवरी मार्क मैटर्स प्रदर्शनी क्यूरेट की गई है। इस भव्य प्रदर्शनी में संकाय के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया है। प्रदर्शनी का उद्घाटन देश की प्रख्यात कला विभूतियों कला दीर्घा अंतरराष्ट्रीय दृश्य कला पत्रिका के संपादक डॉ. अवधेश मिश्र, नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट, नई दिल्ली के पूर्व महानिदेशक अद्वैत गणनायक, हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के पूर्व संकाय प्रमुख, दृश्य कला संकाय प्रो. हर्षवर्धन शर्मा एवं कला दीर्घा अंतर्राष्ट्रीय दृश्य कला पत्रिका की सह संपादक डॉ. लीना मिश्र द्वारा किया गया। इस अवसर पर दृश्य कला संकाय काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के संकाय प्रमुख प्रो. दीप्ति प्रकाश मोहंती,  प्रो. हीरालाल प्रजापति और कला संकाय के आचार्य प्रदोष मिश्र के साथ ही सहायक आचार्य सुरेश के नायर, ब्रह्म स्वरूप एवं शांति स्वरूप सिन्हा उपस्थित थे। प्रदर्शनी में प्रिंट मेकिंग की जटिल प्रक्रिया के सरलतम और आकर्षक विभिन्न रूपों को प्रस...

पारंपरिक मूल्यों के साथ सकारात्मक जीवन शैली सिखाता है आर्य वीर वीरांगना शिविर : मनमोहन तिवारी

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विद्यार्थियों में आत्मविश्वास बढ़ाता है प्रशिक्षण शिविर : संजय श्रीहर्ष डीएवी कॉलेज में मना आर्य वीरांगना प्रशिक्षण शिविर समापन समारोह  छात्र और छात्राओं द्वारा योग, पी टी, कराटे, ढाल और तलवार का किया गया प्रदर्शन लखनऊ। डीएवी कॉलेज में आज आर्य वीर वीरांगना प्रशिक्षण शिविर समापन समारोह का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि संजय श्रीहर्ष, संगठन सचिव, अखिल  भारतीय इतिहास संकलन योजना नई दिल्ली, विशिष्ट अतिथि स्वामी वेदामृतानंद, प्रधान, जिला आर्य समाज, लखनऊ, कृष्णानंद, मंत्री, जिला आर्य समाज, लखनऊ थे। इस समारोह के स्वागताध्यक्ष डीएवी इंटर कॉलेज और बालिका विद्यालय इंटर कॉलेज के प्रबंधक मनमोहन तिवारी थे। इस कार्यक्रम में केके पांडेय, पूर्व प्राचार्य डीएवी कॉलेज, डॉ. सत्यकाम आर्य, सुश्री सुधा शर्मा, सहप्रबंधक, बालिका विद्यालय इंटर कॉलेज, प्रो. उषा वाजपेई, कार्यक्रम की संयोजक इंजीनियर श्रीमती कांति कुमार, प्रो. राजीव कुमार त्रिपाठी, प्राचार्य डीएवी कॉलेज, प्रो. संजय तिवारी, उप प्राचार्य डीएवी कॉलेज, राम उजागिर शुक्ला, प्रबंधक एवं प्राचार्य, दयानंद इंटर कॉलेज, इंदिरा नगर, डॉ. लीना म...

लोकसंवेदनाओं से सिक्त कलाएं लोकाश्रय से पनपती हैं : आचार्य शिशिर कुमार पांडेय

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लखनऊ। कला दीर्घा अंतर्देशीय दृश्य कला पत्रिका एवं कला स्रोत कला वीथिका, अलीगंज के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित वत्सल अखिल भारतीय चित्रकला प्रदर्शनी का आज शाम पांच बजे समापन हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि आचार्य शिशिर कुमार पांडेय, कुलपति, जगतगुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय, चित्रकूट थे। मुख्य अतिथि का स्वागत करते हुए कलादीर्घा के संपादक डॉ. अवधेश मिश्र ने अभिनंदन पत्र, कला दीर्घा पत्रिका, अंग वस्त्र, बाल वृक्ष, वत्सल प्रदर्शनी का कैटलॉग, अपनी कलाकृतियों पर आधारित वार्षिक पंचांग, पहला दस्तावेज पुस्तक और डॉ. सपना नीरज द्वारा लिखित अवधेश मिश्र : सांस्कृतिक संवेदनाओं का चितेरा पुस्तक प्रदान की।  आचार्य शिशिर कुमार पांडेय ने प्रदर्शनी का अवलोकन कर कहा कि खुशी की बात है कि समस्त चित्रों में लोक संवेदनाएं दर्शनीय हैं और लोक की छोटी-छोटी गतिविधियां जो वहां की संस्कृति की आत्मा होती हैं, वह प्रकारांतर से इन चित्रों में दिख रही हैं। कला दीर्घा पत्रिका को देखकर उन्होंने कहा कि आज भले ही यह छोटी घटना हो सकती है लेकिन यह पत्रिका समय के इतिहास को अपने में समेटे हुए है, जिसका प्रभाव द...

आईबीडी जागरूकता दिवसः उचित निदान के अभाव में जानलेवा हो सकता है यह रोग

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अजमेर।  इन्फ्लेमेटरी बॉवेल डिजीज (आईबीडी) पेट और आंत की एक स्वप्रतिरक्षी (ऑटोइम्यून) बीमारी है, जिससे भारत के लाखों लोग प्रभावित हैं लेकिन पेट और आपके अन्य रोगों से मिलते जुलते लक्षणों के कारण इसकी पहचान आसानी से नहीं हो पाती है। आईबीडी न केवल रोगी के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालती है वरन लापरवाही से कैंसर जैसे गंभीर रोग का कारण भी बन सकती है। 19 मई को 'आईबीडी जागरूकता दिवस' के अवसर पर क्षेत्रपाल हॉस्पिटल मल्टी स्पेशियल्टी एंड रिसर्च सेंटर के गेस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट डॉ. आकाश माथुर ने बताया कि आईबीडी जैसी ऑटोइम्यून बीमारी में व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) अति सक्रिय हो जाता है, जिससे यह खुद के ही शरीर के ऊतकों (टिशूज) पर हमला करती है और उन्हें नुकसान पहुँचाती है। इस रोग के कारण पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हैं परंतु यह माना जाता है कि आनुवंशिक, पर्यावरणीय और दोषपूर्ण जीवन शैली के परिणामस्वरूप ऑटोइम्यून प्रक्रिया होती है जो आंत और उसके ऊतकों (टिशूज) को चोटिल करती है। कुछ अध्ययन भारतीय जीवनशैली के पश्चिमीकरण, वसा और कार्बोहाइड्रेट युक्त आहार के बढ़ते ...

वीरांगना शिविर छात्राओं को अपनी संस्कृति से जोड़ेगा : प्रो. राजीव त्रिपाठी

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आर्य वीर वीरांगना शिविर छात्राओं में आत्मविश्वास पैदा करेगा : प्रो. संजय तिवारी बालिका विद्यालय में आयोजित आर्य वीर वीरांगना प्रशिक्षण शिविर का समापन  लखनऊ। जहां राष्ट्रीय शिक्षा नीति में कलात्मक, वैज्ञानिक, सांस्कृतिक, पारिवारिक और सामाजिक मूल्य और स्वास्थ्य संरक्षण और संवर्धन पर विशेष जोर दिया गया है, वहीं आर्य समाज और बालिका विद्यालय अपनी छात्राओं को सदैव ऐसे प्रयोग और क्रियात्मक कार्यों में क्रियाशील रखता रहा है या उन्हें ऐसे अवसर देता रहा है, जिससे वे अपने ज्ञान के साथ व्यक्तित्व एवं कौशल विकास करते हुए अपने को विविध क्षेत्रों में स्थापित भी करती रह सकें। इसी क्रम में विगत पांच दिनों से बालिका विद्यालय इंटरमीडिएट कॉलेज में आर्य वीर वीरांगना प्रशिक्षण शिविर का आयोजन चल रहा था। इस शिविर में विद्यालय की पचास छात्राओं को योग, लेजियम, पीटी, ढाल तलवार आदि का विधिवत प्रशिक्षण प्रदान किया गया। कार्यक्रम की नोडल पूनम यादव और मंजुला यादव थीं। इस प्रशिक्षण शिविर में छात्राओं ने पूरे मनोयोग और उत्साह से प्रतिभाग किया। छात्राओं को वेद और भारतीय संस्कृति इत्यादि की भी जानकारी दी गई। कार्यक्...

ब्रांड बनने के मूल्य पर कला से न करें समझौता : आचार्य जयकृष्ण अग्रवाल

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लखनऊ। कलादीर्घा दृश्य कला पत्रिका एवं कला स्रोत कला वीथिका, लखनऊ द्वारा आयोजित वत्सल अखिल भारतीय चित्रकला प्रदर्शनी के चौथे दिन आज आचार्य जयकृष्ण अग्रवाल, पूर्व प्राचार्य, कला एवं शिल्प महाविद्यालय, लखनऊ अतिथि थे। जिनका स्वागत डॉ. लीना मिश्र ने बाल वृक्ष प्रदान कर किया। आचार्य अग्रवाल ने कलाकारों से संवाद करते हुए कला के अनेक पक्षों पर अपनी राय रखी। प्रोफेसर अग्रवाल ने सहभागी कलाकारों एवं नगर के कला प्रेमियों से भारतीय कला की समकालीन प्रवृत्तियों एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रहे कला प्रयोगों पर विधिवत बात की एवं अपनी कलाशिक्षा, अपने कला अध्यापन और कला अभ्यास पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि तब और अब के कला मूल्य, शिक्षण पद्धति और संवेदनाओं में क्या परिवर्तन आया है। उन्होंने यह भी बताया कि कला शिक्षा को सामान्य शिक्षा जैसा न समझते हुए सरकार और कला संस्थानों को इस पर गंभीरता से विचार करते हुए वह स्वतंत्रता और सुविधा देनी चाहिए जो कला शिक्षा में आवश्यक होती है। इस अवसर पर प्रदर्शनी की क्यूरेटर डॉ. लीना मिश्र, समन्वयक डॉ. अनीता वर्मा एवं सुमित कुमार, वरिष्ठ कलाकार किरन राठौर, अजीत सिंह, सहभा...

बालिका विद्यालय : आर्य वीर वीरांगना दल प्रशिक्षण शिविर में बताया शस्त्र और शास्त्र का महत्व

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बेटियों को भारतीय मनीषा का सम्पूर्ण प्रशिक्षण आवश्यक : डॉ. लीना मिश्र लखनऊ। वर्ष 1949 में स्थापित बालिका विद्यालय इंटरमीडिएट कॉलेज, मोती नगर के प्रबंधक एवं समाजसेवी मनमोहन तिवारी के संरक्षण में विद्यालय में पांच दिवसीय आर्य वीर वीरांगना प्रशिक्षण दल शिविर कार्यक्रम का प्रारंभ हुआ। इस कार्यक्रम के आयोजन का मुख्य उद्देश्य विद्यालय की छात्राओं को भारतीय संस्कृति की विविध विधाओं, योग, अध्यात्म, शास्त्रों और शस्त्रों का प्रशिक्षण प्रदान कर मानसिक और शारीरिक रूप से सुसंस्कृत और स्वस्थ बनाना है। बीती 13 मई को आर्य वीर वीरांगना दल प्रशिक्षण का उद्घाटन देव यज्ञ से हुआ। इस यज्ञ की मुख्य यजमान विद्यालय की उप प्रबंधक सुश्री सुधा शर्मा और यज्ञ के पुरोहित डोरीलाल थे। बच्चों को शुभाशीष स्वामी वेदामृतानंद एवं डॉक्टर सत्यकाम आर्य द्वारा दिया गया। सभी के प्रति कृतज्ञता विद्यालय की प्रधानाचार्य डॉ. लीना मिश्र के द्वारा ज्ञापित दी गई। कार्यक्रम की नोडल वरिष्ठ शिक्षिका पूनम यादव और मंजुला यादव हैं। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक कांति कुमार, प्रशिक्षक इंदल आर्य, प्रधान आर्य समाज इंदिरा नगर अक्षय कुमार, रमेश, ...