वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद में मिले ‘बाबा विश्वनाथ’, खत्म होगा नंदी का इंतजार
सिविल जज सीनियर डिवीजन वाराणसी रवि कुमार दिवाकर की तरफ से जारी आदेश में सीआरपीएफ कमांडेंट को उस जगह को सील करने का आदेश देते हुए जिलाधकारी वाराणसी को भी निर्देशित किया गया है कि मुसलमानों को वहां प्रवेश करने से रोक दिया जाए। मात्र 20 मुसलमान ही नमाज पढ़ने के लिए वहां जाएंगे लेकिन किसी को भी वहां वजू करने की इजाजत नहीं होगी।
मस्जिद कमेटी सुप्रीम कोर्ट पहुंची
भोले के भक्तों का मानना है कि इस महत्वपूर्ण साक्ष्य के सामने आने के साथ बाबा विश्वनाथ की प्रतीक्षा कर रहे ‘नंदी’ के इंतजार की घड़ियां भी इसी के साथ खत्म होने वाली हैं। इस बीच ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में सर्वे का काम रुकवाने के लिए मस्जिद कमेटी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है, जहां पर उसकी याचिका पर मंगलवार को दोपहर में सुनवाई होने की उम्मीद है।
काशी की ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में तीसरे दिन सोमवार को सर्वे के लिए पहुंची कमीशन की टीम ने वहां पर मौजूद तालाब का पानी निकलवा कर छानबीन शुरू की तो सभी स्तब्ध रह गए। जानकारों का दावा है कि वहां 12.8 फुट व्यास और 04 फुट ऊंचे शिवलिंग के दर्शन हुए। तालाब वाली इसी जगह पर सिविल जज सीनियर डिविजन वाराणसी रवि कुमार दिवाकर ने वजू करने से रोकने और वहां पर मिले ‘महत्वपूर्ण साक्ष्य’ शिवलिंग को सील कर उसे संरक्षित करने के निर्देश सीआरपीएफ कमांडेंट को दिए हैं। इस बारे में जिलाधिकारी वाराणसी को भी निर्देशित किया गया है।
सिविल जज सीनियर डिविजन वाराणसी की अदालत में श्रृंगार गौरी और अन्य विग्रहों के पूजा अर्चना करने की याचिका दाखिल करने वाली वादी राखी सिंह आदि की तरफ से अधिवक्ता हरिशंकर जैन ने कमीशन के दौरान ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के तालाब में शिवलिंग मिलने की जानकारी कोर्ट को दी है।




अद्भुत, अकल्पनीय, अविस्मरणीय भोले के भक्तों का धैर्य सच बन कर सामने है।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन
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